आज मैं तुझसे मिलने आया हूँ
तू पास नहीं ये किसने कहा मुझसे मैं तेरे पास हर पल हूँ कहूँ तुझसे आज मैं तुझसे मिलने आया हूँ वादियों की सुंदरता तेरे सौंदर्य को दर्शाती है झीलों का कल-कल करता पानी तेरी आवाज़ की याद दिलाता है चिड़ियों की चह-चहाहत तेरे बातें करने का तरीक़ा बताती है तेरे पास होने का एहसास ये हवाएँ मुझे छूते हुए कराती है आज मैं तुझसे मिलने आया हूँ तू सूरज की किरण है झरनो का पानी है पर्वतों की ऊँचाई जैसा चरित्र है फूलों के समान महकता है ये हवाएँ तेरी साँसे है सूरज की चमक जैसी हंसी है तू हर जगह मेरे साथ है हर पल मेरे दिल में है